May 24, 2025

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बाराबंकी22नवम्बर24*पीएम आवास योजना में लाखों गबन करने के आरोपी इंजीनियर पर मुकदमा दर्ज

बाराबंकी22नवम्बर24*पीएम आवास योजना में लाखों गबन करने के आरोपी इंजीनियर पर मुकदमा दर्ज

बाराबंकी22नवम्बर24*पीएम आवास योजना में लाखों गबन करने के आरोपी इंजीनियर पर मुकदमा दर्ज

– सतनाम सेवा ट्रस्ट ने मुख्य सचिव से पत्राचार कर, उठाई मामले की जांच कराने की मांग

बाराबंकी। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में साढ़े 27 लाख रुपये के गबन का खुलासा हुआ है। जिला नगरीय विकास अभिकरण यानी डूडा में तत्कालीन सीएलटीसी इंजीनियर ने विभाग में ही तैनात आउटसोर्स कर्मियों और उनके परिवार के लोगों के नाम पर कूट रचित दस्तावेजों के जरिये गलत जिओ टैग कर शासकीय धनराशि निकाल ली। मामले की शिकायत पर डीएम सत्येंद्र कुमार द्वारा कराई गई जांच में यह बड़ा खुलासा हुआ है।राज्य नगरीय विकास अभिकरण निदेशक की अनुमति के बाद डूडा लिपिक की तहरीर पर नगर कोतवाली में आरोपी सीएलटीसी इंजीनियर आशीष कुमार चौरसिया के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं शुक्रवार को शहर के जगजीवन दास सतनाम सेवा ट्रस्ट ने मुख्य सचिव को शिकायत पत्र देकर नगरीय विकास अभिकरण डूडा में परियोजना अधिकारी रहे सौरभ त्रिपाठी के क्रियाकलापों की जांच कराए जाने की मांग की है। शिकायत पत्र में कहा गया है कि सौरभ त्रिपाठी जुलाई 2024 से पहले साढ़े चार वर्ष तक पीओ डूडा के पद पर बाराबंकी में तैनात रहे हैं। इससे 10 साल पहले वह स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी के पद पर बाराबंकी में तैनात थे। तब जननी सुरक्षा योजना के तहत हजारों गर्भवती महिलाओं के नाम से धनराशि का गबन किया और उसी के चलते निलंबित भी किए गए थे। इसके बाद प्रतिनियुक्ति पर सूडा में चले गए। जहां से पीओ डूडा के रूप में जिले में फिर तैनाती पाने के पश्चात प्रधानमंत्री शहरी योजना व नाली, सड़क सहित अन्य विकास कार्यों में जमकर धांधली की गई है। जिसके परिणाम में डीएम द्वारा कराई गई जांच में साढे 27 लाख रुपए के घोटाले की पुष्टि हो गई है।यह जांच जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने जॉइंट मजिस्ट्रेट आर जगत साई से जांच कराई तो बड़ा खुलासा हुआ। प्रधानमंत्री शहरी 11 आवासों की जांच में पाया गया कि डूडा में तैनात सिटी लेवल टेक्निकल सेल के तत्कालीन इंजीनियर आशीष कुमार चौरसिया द्वारा कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर गलत जिओ टैग कराकर डूडा के आउट सोर्स कर्मी के परिवार एवं संस्था के सर्वेयरों तथा उनके परिवार के नाम पर शासकीय धनराशि आहरित कराकर शासकीय धनराशि का गबन किया गया है। जांच आख्या के अनुसार इंजीनियर आशीष कुमार चौरसिया द्वारा सामुदायिक आयोजक अतुल तिवारी,उनकी पत्नी पूजा तिवारी,उनकी माता रमा,उप जिला समन्वयक राजेश्वर वर्मा,उनकी माता मिथिलेश,अंतिमा सिंह,शमशेर यादव,अभिजीत वर्मा,सौरभ कुमार,विकास वर्मा,विवेक कुमार यादव और रवि प्रकाश के नाम से कूटरचित जियोटैग कराकर ढाई लाख रुपये प्रति आवास की दर से कुल साढ़े 27 लाख रुपये सरकारी धन गबन कर लिया गया? जांच में यह भी साबित हुआ कि आशीष कुमार चौरसिया द्वारा अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन ठीक प्रकार से नही किया गया।उंन्होने अपने पद का दुरुपयोग कर गलत जिओ टैग कराया गया।यही नही आशीष कुमार चौरसिया पर यह भी आरोप है कि इन्हें बाराबंकी से डूडा हरदोई भेज दिया गया था और 26 अक्टूबर 2024 को कार्यभार ग्रहण करना था लेकिन आशीष द्वारा कार्यभार नही ग्रहण किया गया।यही नही इन्होंने नए सीएलटीसी को योजना के दस्तावेज,पत्रावलियां और दूसरे डेटा भी उपलब्ध नही कराए गए।इन अनियमित्ताओं को देखते हुए सूडा निदेशक ने प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना मिशन निदेशालय के कार्यक्रम अधिकारी अतुल सिंह चौहान को 19 नवम्बर 2024 को एफआईआर कराने की अनुमति दी। कार्यक्रम अधिकारी ने वर्तमान में पीओ डूडा को पत्र लिखकर एफआईआर कराने के निर्देश दिए।ईओ नगरपालिका संजय शुक्ला को वर्तमान में पीओ डूडा का भी चार्ज दिया गया है। लिहाजा पीओ डूडा के निर्देश पर लिपिक जयप्रकाश मिश्रा की तहरीर पर आरोपी सीएलटीसी आशीष कुमार चौरसिया के विरुद्ध नगर कोतवाली में गुरुवार रात मुकदमा दर्ज कराया गया है। नगर कोतवाल आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है।

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