बाराबंकी22नवम्बर24*जिला पंचायत के तमाम दावे धराशाई, हड़ियाकोल आश्रम को जाने वाली सड़क खस्ताहाल
– चार वर्षों से खराब पड़ी सड़क, हजारों मरीजों को दिक्कतों का करना पड़ता है सामना
बाराबंकी। जिला पंचायत के सड़कों की मरम्मत के तमाम दावे उस समय धराशाई हो गए। जब शहर से चंद कदमों की दूरी पर श्री राम वनकुटीर आश्रम हड़ियाकोल को जाने वाली मात्र दो किलोमीटर की सड़क की जमीनी हकीकत सामने आई। फोटो में आप देख सकते हैं कि यहां सड़क जगह-जगह से गड्डो में तब्दील होकर जानलेवा हो चुकी है। बता दे यह वही आश्रम है जहां प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में नेत्र सहित अन्य सफल ऑपरेशन भी होते हैं। इसी रास्ते से मरीजों का आना-जाना रहता है। नेत्र ऑपरेशन के साथ-साथ यहां लगने वाले कैंप में विश्व स्तरीय चिकित्सक शामिल होते हैं। लेकिन जिम्मेदारों की नाफरमानी देखिए कि बीते चार वर्षों से यह सड़क खस्ता हाल पड़ी हुई है। इस समस्या से तंग आकर मंदिर के सेवादार मनीष मल्होत्रा ने जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार को शिकायत पत्र देकर उक्त सड़क जिला पंचायत के बजाय पीडब्ल्यूडी को ट्रांसफर किए जाने की मांग की है। बता दें कि बीते 44 वर्षों से श्रीराम वन कुटीर ट्रस्ट समिति हड़ियाकोल, विशाल निःशुल्क नेत्र, हार्निया, हाइड्रोशील, पाइल्स, बाल रोग, महिलाओं की यूट्रेश (बच्चेदानी) के निःशुल्क आपरेशन के शिविर को आयोजित करती है। इस शिविर में आपरेशन करवाने के लिए जनपद के दूरस्थ अंचलों से व पड़ोसी राज्यों के सभी धर्मों, जातियों के गरीब भाई बहनें शामिल होते हैं। इन आपरेशनों को करने के लिये देश-विदेश के सेवाभावी डॉक्टर निःशुल्क सेवायें देने आते है। जिसमें प्रति वर्ष देश-विदेश के डॉक्टर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, प्रदेश सरकार के मंत्री शासन-प्रशासन के अधिकारी आते रहते है। साथ ही प्रत्येक गुरूवार को दो हजार मरीजों की निःशुल्क ओ0पी0डी0 होती है। इस आश्रम में एक विद्यालय भी संचालित है। बिगत चार वर्षों से खराब सड़क होने की वजह से सभी को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो कि आश्रम को जोड़ने के लिए दो लिंक रोड है। एक बंकी से होते हुए चिलहटा पुल के दाहिनें दो किलोमीटर की रोड पीडब्लूडी निर्माण खण्ड तीन की है। जोकि बनी हुई है, लेकिन एक रोड़ शुगर मिल से ग्वारी तक प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क की है। इस सड़क से चौधरी पुरवा से आश्रम तक की दो किलोमीटर तक की रोड जिला पंचायत की है। जोकि विगत चार वर्षों से नही बनी है। यदि जिला पंचायत रोड का निर्माण करता भी है तो मानक विहिन बनाता है। इस रोड पर बड़ी संख्या में सरकारी जमीनों से अवैध मिट्टी खनन भी होता रहता है। जिससे रोड ज्यादा समय तक सुरक्षित नही रह पाती है।
More Stories
रोहतास24मई25*सासाराम बना “घूस केंद्र”? 🤯💥 1.10 लाख की घूस लेते पकड़ा गया सरकारी बाबू,
जम्मू कश्मीर24मई25*शहीद करतार सिंह सराभा या करतार सिंह सराभा या करतार सिंह ग्रेवाल की पुण्यतिथि पर याद किया-योगेन्द्र यादव
पूर्णिया बिहार24मई25* मवेशी व्यापारियों से लाखों की अवैध वसूली से तंग व्यापारियों ने लगाया सड़क जाम, प्रशासन खामोश।