November 16, 2025

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प्रतापगढ़25सितम्बर25*व्यवस्था का मोतियाबिंद.... खिलखिलाती बच्ची का जारी हो गया मृत्यु प्रमाण पत्र

प्रतापगढ़25सितम्बर25*व्यवस्था का मोतियाबिंद…. खिलखिलाती बच्ची का जारी हो गया मृत्यु प्रमाण पत्र

प्रतापगढ़25सितम्बर25*व्यवस्था का मोतियाबिंद…. खिलखिलाती बच्ची का जारी हो गया मृत्यु प्रमाण पत्र

पीएचसी ने खड़े किए हाथ

प्रतापगढ़*जनपद प्रतापगढ़ के रानीगंज तहसील क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बीरापुर में जन्मी एक बच्ची का जन्म की जगह मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। विद्यालय में बेटी के दाखिले के लिए गए पिता आधार कार्ड बनवाने को डाकघर गए तो प्रमाण पत्र देखकर उन्हें लौटा दिया गया। अब वह पीएचसी के चक्कर काट रहे हैं। प्रशासनिक व्यवस्था की खामी व्यक्ति को किस तरह मुश्किल में डालती है, इसका दर्द रानीगंज इलाके के डंडवा जामताली निवासी विपिन विश्वकर्मा इसका जीता जागता उदाहरण हैं। उनकी 5 वर्ष की बेटी को अभी तक विद्यालय में प्रवेश नहीं मिल सका है। फर्नीचर बनाने का काम करने वाले विपिन की पत्नी नीलम ने वर्ष 2020 में बीरापुर पीएचसी में बेटी शिवांशी को जन्म दिया।
अगस्त 2025 में प्राथमिक विद्यालय में दाखिले के लिए गए तो आधार कार्ड मांगा गया न होने पर उन्हें डाकघर से नया आधार कार्ड बनवाने की सलाह दी गई। डाकघर पहुंचने पर उनसे जन्म प्रमाण पत्र मांगा गया। विपिन ने अस्पताल से मिला प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया तो पता चला कि वह मृत्यु का प्रमाण पत्र है। पीड़ित विपिन कक्षा 5 तक ही पढ़े हैं। हिंदी किसी तरह पढ़ लेते हैं। प्रमाण पत्र अंग्रेजी में होने के कारण उसे लेकर घर चले आए। अपना दर्द लेकर जब वह पीएचसी गए तो उन्हें बताया गया कि जिस अधीक्षक ने इसे जारी किया है, उनका तबादला हो गया। वह लोग इसमें कोई तब्दीली नहीं कर सकते। पीएचसी अधीक्षक डॉ नौशाद अहमद का कहना है कि मामला पुराना है, इसलिए उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। जन्म की जगह मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करना घोर लापरवाही की श्रेणी में आता है। मामले में जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उनका प्रमाण पत्र दुरुस्त कराया जाएगा

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