नई दिल्ली17सितम्बर25*68वें श्रमिक शिक्षा दिवस पर असंगठित श्रमिकों को हीट वेव से बचाने पर ज़ोर
विनोद तकियावाला स्वतंत्र पत्रकार/नई दिल्ली,
नई दिल्ली*“असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों में हीट वेव से निपटने के लिए सहयोग” विषय पर दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड,भारत सरकार द्वारा मालवीय स्मृति भवन में हुए कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस अवसर पर श्रम एवं रोज़गार मंत्री मनसुख मांडविया ने अपने वीडियो संदेश में कहा—“श्रमिक राष्ट्र निर्माण की आधारशिला हैं।डिजिटल युग, हरित अर्थव्यवस्था और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के इस समय में श्रमिकों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। हमें अपने श्रमबल को स्किल,री-स्किल और अप-स्किल के माध्यम से सशक्त नागरिक बनाना होगा। डी टी एन बी डब्लू ई टी श्रमिकों को उनके अधिकार, कर्तव्य और सामाजिक ज़िम्मेदारियों के बारे में शिक्षित कर उन्हें सच्चा सामाजिक नायक बनाता है।शिक्षित,कुशल और जागरूक श्रमबल ही 2047 तक विकसित भारत के स्वप्न को साकार करेगा।मुझे विश्वास है कि डी टी एन बी डब्लू ई टी दत्तोपंत ठेंगड़ी जी के ‘श्रम एव जयते’ मंत्र को आगे बढ़ाएगा।” सर्व विदित रहे कि सन 1958 में गठित यह बोर्ड श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय,भारत सरकार के अंतर्गत एक स्वायत्त संस्था है।इसने संगठित,असंगठित और ग्रामीण क्षेत्रों में अनुशासित एवं जागरूक कार्यबल तैयार करने और श्रमिकों में सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कार्यक्रम में वक्ताओं द्वारा कार्यस्थल पर असंगठित श्रमिकों की सुरक्षा प्राथमिक चिंता का विषय होना चाहिए।हीट वेव ऐसा ही एक ख़तरा है जिस पर श्रमिकों और नियोक्ताओं दोनों को गंभीरता से विचार करना होगा ताकि हीट स्ट्रोक से बचाव हो सके।डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने कहा—“सरकार असंगठित श्रमिकों की चिंताओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है।यद्यपि जागरूकता बढ़ी है,फिर भी बहुत कुछ किया जाना शेष है। इस दिशा में हम पूरा सहयोग देंगे।”दिल्ली सरकार ने हाल ही में घोषणा की है कि महिला श्रमिकों के बच्चों के लिए 500 पालना केंद्र स्थापित किए जाएंगे। साथ ही असंगठित श्रमिकों को आयुष्मान योजना में पंजीकरण में प्राथमिकता दी जाएगी।इस अवसर पर युवाओं ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर हीट वेव के ख़तरों और उससे बचाव के उपायों को उजागर किया।डॉ. दीपेन्द्र चाहर ने कहा -“हीट वेव अब दुर्लभ नहीं रही, बल्कि यह बार-बार आने वाली आपदा है।असंगठित श्रमिकों के लिए यह जीवन-मरण का सवाल बन जाता है।उनसे बचाव के लिए व्यक्तिगत जागरूकता, सामुदायिक पहल और मज़बूत नीतिगत कार्रवाई – की ज़रूरत है।सामूहिक प्रयास से हम श्रमिकों के जीवन और गरिमा दोनों को सुरक्षित रख सकते हैं।”राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने शहरों में हीट एक्शन प्लान तैयार करने और लागू करने के लिए दिशानिर्देश बनाए हैं। इनका पालन करने से कार्यस्थल की उत्पादकता और श्रमिकों की सुरक्षा दोनों में सुधार होगा।डी टी एन बी डब्लू ई टी के क्षेत्रीय निदेशक संजय कुमार ने कहा—“मैं श्रम मंत्री से अनुरोध करता हूँ कि हमें सी पी डब्लू डी निर्माण श्रमिक बोर्ड और राज्य श्रम विभाग जैसी संस्थाओं से सीधे समन्वय की अनुमति मिले ताकि हम श्रमिकों के लिए ठोस कल्याणकारी कार्य कर सकें। जलवायु परिवर्तन के दौर में असंगठित क्षेत्र के श्रमिक सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। उन्हें सही जानकारी, प्रशिक्षण और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है।”
जून 2024 से अगस्त 2025 के बीच डी टी एन बी डब्लू ई टी . ने सी एफ ए आर के साथ मिलकर 165 श्रम चौकों पर शिविर लगाए जिनके माध्यम से 17,112 योजनाओं का लाभ असंगठित श्रमिकों तक पहुँचाया गया।कार्यक्रम में उपस्थित श्रमिक मंच के प्रतिनिधियों ने सरकार से अपील की कि सामुदायिक स्वयंसेवकों को अन्य विभागों के साथ काम करने का अवसर दिया जाए ताकि वे श्रमिकों और विभागों के बीच पुल का काम कर सकें।इस अवसर पर दिल्ली के दो असंगठित श्रमिक—ललसा और गणेश—जिन्होंने श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा अधिकारों की दिशा में सक्रिय नेतृत्व किया है, को राष्ट्रीय बोर्ड द्वारा सम्मानित किया गया।इस कार्यक्रम में100 से अधिक प्रतिनिधि,जिनमें महामना मालवीय के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. वेद प्रकाश सिंह,भारतीय मज़दूर संघ(दिल्ली)के महासचिव डॉ. दीपेन्द्र चाहर,श्रमिक मंच के सदस्य,श्रम विभाग के अधि कारी तथा असंगठित क्षेत्र के श्रमिक शामिल थे,

More Stories
पूर्णिया बिहार 16 नवंबर 25*पूर्णिया अधिवक्ता संघ ने विजय खेमेका के हैट्रिक पर मनाया जश्न
पूर्णिया बिहार 16 नवंबर 25* जिलाधिकारी द्वारा बाल दिवस 2025 का दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का किया गया शुभारंभ:–
मथुरा 16 नवंबर 25*थाना राया पुलिस टीम द्वारा घर से बिना बताये गये व्यक्ति/गुमशुदा को सकुशल बरामद कर परिवारिजनो के किया सुपुर्द ।*