[20/11, 9:07 pm] +91 99562 82731: *चौराहे पर रोज-रोज लगने वाले जाम से आम जनता परेशान*
*बेनीराम कटरा कौशांबी* पिपरी थाना क्षेत्र के तिल्हापुर मोड़ चौराहे पर रोज लगने वाले जाम से आम जनता परेशान हो गई है सड़क पर विक्रम खड़ी करके वाहनों में सवारी भरी जाती है जिससे अन्य वाहनों को निकलने में दिक्कत होती हैं और चौराहे पर जाम लग जाता है जाम के चलते आए दिन आम जनमानस के बीच वाहन चालकों से नोक झोंक भी होती है लेकिन सड़क पर खड़े होने वाली विक्रम को हटाने का प्रयास नहीं हुआ है कभी-कभी घंटे लोग जाम में फंस जाते हैं सोमवार के दिन फिर तिल्हापुर मोड़ चौराहे पर काफी देर तक जोरदार जोरदार जाम लगा था जाम के कारण काफी देर तक आवा गमन में लोगों को दिक्कत होती रही इलाके के लोगों ने पुलिस अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करते हुए जाम से निजात दिलाए जाने की मांग की है
[20/11, 9:07 pm] +91 99562 82731: *सरकारी स्कूल के खेल के मैदान में हो रही खेती*
*कौशाम्बी* परिषदीय विद्यालयों में खेल के मैदान में खेती किए जाने से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को खेलने कूदने का मौका नहीं मिल रहा है जिससे उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है बताया जाता है कि स्कूल के शिक्षक सरकारी स्कूल की जमीन पर खेती करा कर उसकी उपज बेच रहे हैं ताजा मामला विकासखंड कड़ा के अंतर्गत जहांगीराबाद रोड के बगल में स्थित प्राइमरी स्कूल का है विद्यालय के खेलकूद की जमीन पर मूली गाजर पालक की खेती किसानी की जा रही है छात्रों को शिक्षा देने के बजाय खेत की फसल की बेहतरी के लिए शिक्षक अधिक समय दे रहे हैं सरकारी स्कूल के खेल मैदान में खेती करने से तैयार होने वाली उपज की बिक्री से मिली रकम के हिसाब किताब में शिक्षकों का समय व्यतीत हो रहा है जिससे शिक्षण कार्य भी प्रभावित हो रहा है खेल के मैदान में शिक्षकों द्वारा खेती कराए जाने के इस मामले में जांच कराए जाने की मांग ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से की है यदि शिक्षकों की इस कारनामे पर विभागीय अधिकारियों ने जांच कराई तो शिक्षकों के कारनामे का भंडाफोड़ होना तय है
[20/11, 9:08 pm] +91 99562 82731: *आवासीय भत्ता लेने वाले शिक्षक छोड़कर चले जाते हैं क्षेत्र*
*ड्यूटी स्थल के आसपास नहीं रहते हैं रैया देह माफी कसम्पोजित विद्यालय के शिक्षक*
*शिक्षकों के क्षेत्र छोड़कर चले जाने के चलते परिषदीय विद्यालयों के पठन-पाठन बाधित हो रहे हैं*
*कौशाम्बी* नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षकों का नैतिक पतन इस कदर हो गया है कि कुछ रुपए की लालच में उन्हें अब झूठ बोलकर अधिकारियों को गुमराह करने में तनिक भी शर्म संकोच नहीं लग रहा है बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों ने झूठ बोलकर आवासीय भत्ता लेना शुरू कर दिया है तैनाती स्थल पर देर से आना और समय के पहले चले जाना आम बात हो गयी है लेकिन उसके बाद भी विभाग से झूठ बोलकर आवासीय भत्ता लेने वाले शिक्षकों के कारनामों को अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया है ताजा मामला चायल तहसील क्षेत्र के रैया देह माफी कंपोजिट विद्यालय का है इस विद्यालय के पूरे शिक्षक प्रतिदिन कौशांबी छोड़कर के इलाहाबाद चले जाते हैं आखिर इन्हें कैसे आवासीय भत्ता दिया जाता है आखिर झूठ बोलकर आवासीय भत्ता लेने वाले शिक्षकों के नैतिक पतन के बाद उनसे कैसे छात्रों को नैतिकता का पाठ पढ़ाए जाने की उम्मीद लगाई जाएगी शिक्षकों के क्षेत्र छोड़कर चले जाने के चलते परिषदीय विद्यालयों के पठन-पाठन बाधित हो रहे हैं समय से विद्यालय शिक्षक नहीं पहुंचते हैं और विद्यालय पहुंचने के बाद सफर के चलते वह थकान महसूस करते हैं और छात्रों को शिक्षा देने के बजाए उनसे पूरे दिन उलझते रहते हैं विद्यालय बंद होने का समय होते ही उन्हें घर जाने की जल्दी होती है और वह शिक्षण कार्य में दिलचस्पी लगाने के बजाय विद्यालय बंद होने के घंटे भर पहले से ही घर जाने की तैयारी करने लगते हैं जिससे परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले इन शिक्षकों को आखिर नैतिकता का पाठ कौन पढ़ाएगा बेसिक शिक्षा अधिकारी भी इन शिक्षकों को नैतिकता का पाठ नहीं पढ़ा पा रहे हैं आवासीय भत्ता के आड़ में शिक्षा विभाग का करोड़ों रुपए का भुगतान प्रत्येक महीने इन शिक्षकों को हो रहा है झूठ बोलकर क्षेत्र में निवास करने की बात शिक्षक कर रहे हैं क्षेत्र छोड़कर चले जाने वाले और झूठे अभिलेखों के सहारे आवासीय भत्ता लेने वाले शिक्षकों के कारनामो की जांच करा कर उन्हें बेनकाब करने की जरूरत है लेकिन अभी तक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जांच कराए जाने की पहल नहीं शुरू की है जिससे बिभाग के अधिकारियों की इन शिक्षकों से साठगांठ से इनकार नहीं किया जा सकता सूत्रों की माने तो झूठे तरीके से आवासीय भत्ता लेने वाले शिक्षकों से 3000 रुपए प्रति महीने संबंधित खण्ड शिक्षा अधिकारी के कारखास वसूली कर रहे हैं जो बड़ी जांच का विषय है और खंड शिक्षा अधिकारियों के कारखास की वसूली के कारनामों की जांच कराकर इन्हें दंडित किए जाने की जरूरत है इस संबंध में जब बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला बेहद गंभीर है और इस प्रकरण की वह जांच कराएंगे और दोषी शिक्षकों को दंडित करेंगे
More Stories
मिर्जापुर:10दिसम्बर24*झोलाछाप डॉक्टरों के विरूद्ध चलाया गया अभियान*
देहरादून10दिसम्बर24*उत्तराखंड में निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण का मुद्दा सुलझा,
बाराबंकी10दिसम्बर24*डीएम की अध्यक्षता में आयोजित हुई चकबंदी कार्यो की समीक्षा बैठक*