July 6, 2025

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कानपुर27जून*मण्डलायुक्त ने जिला पुरूष चिकित्सालय (उर्सला), कानपुर नगर का औचक निरीक्षण किया।

कानपुर27जून*मण्डलायुक्त ने जिला पुरूष चिकित्सालय (उर्सला), कानपुर नगर का औचक निरीक्षण किया।

कानपुर27जून*मण्डलायुक्त ने जिला पुरूष चिकित्सालय (उर्सला), कानपुर नगर का औचक निरीक्षण किया।

*आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान उर्सला अस्पताल के डायरेक्टर व सीएमएस को कड़ी चेतावनी, 01 डा0 को कारण बताओ नोटिस, 1 डाक्टर को निलम्बन नोटिस तथा 2 डाक्टरों का वेतन रोका।*

*दिनांक 27-06-2023*

आज मण्डलायुक्त, कानपुर लोकेश एम0 ने पूर्वान्ह 11.30 बजे जिला पुरूष चिकित्सालय (उर्सला), कानपुर नगर का औचक निरीक्षण किया।

*1- निरीक्षण के समय अस्पताल में पाया गया कि-*

क) मुख्य प्रवेश द्वार पर मरीजों के रजिस्ट्रेशन को लेकर समस्या थी और कई महिलाएं, मरीज अथवा उनके तीमारदार परेशान थे। यहां एक कर्मचारी था, जो लोगों की मद्द समुचितढं़ग से नहीं कर रहा था।
ख) मरीजों को देख रहे लगभग सभी डाक्टरों के पास ब्लड प्रेशर मशीन, थर्मामीटर, पल्समीटर, ऑक्सीमीटर एवं अन्य आवश्यक मेडिकल उपकरण उपलब्ध नहीं थे, जिन डाक्टरों के पास इक्जामिनेशन टेबल थी, तो वह अच्छी अवस्था में नहीं रखी गयी थी और कोई न कोई सामान रखा था तथा डस्टबीन भी गंदे थे।
ग) अस्पताल परिसर के साथ ही किसी भी कक्ष में सम्बन्धित उपचार के सम्बन्ध में मरीजों के लिए आवश्यक जानकारी/मानक/गाइडलाइन हेतु पोस्टर नहीं लगाया गया था।
घ) मरीज ज्यादा होने के कारण पिछले कई दिनों से इनके द्वारा पेशेंट रजिस्टर भी मेनटेन नहीं किया जा रहा था।
च) कोई भी डाक्टर मरीज को पास बैठा कर उनका उपचार अथवा परीक्षण नहीं कर रहा था।
छ) किसी भी डाक्टर के पास अस्पताल में उपलब्ध ड्रग्स का विवरण अथवा सूची टेबल पर उपलब्ध नहीं थी और कौन सी दवा कितनी मात्रा में उपलब्ध है, इसकी जानकारी उनके द्वारा आयुक्त को नहीं दी जा सकी।
ज) ओ0पी0डी0, अल्ट्रासाउण्ड रूम, एक्स-रे कक्ष के बाहर अव्यवस्थित रूप से भीड़ जमा थी, यहां मरीजों को बैठने के लिए न तो कुर्सियां थी और न ही सम्बन्धित स्टाफ द्वारा उन्हें लाइन में ही खड़ा किया जा रहा था, बल्कि कुछ जगह पर तो मरीज और उनके तीमारदार जमीन पर ही बैठे थे।
झ) अस्पताल में भीड़ को आवश्यक जानकारी देने के लिए पब्लिक एडैªस का उपयोग नहीं किया जा रहा था।
ट) पैथोलॉजी में लैब टैक्नीशियन श्री सुनील कुमार द्वारा एंटीसैप्टिक प्रोसीजर का पालन नहीं किया जा रहा था, जो कदापि उचित नहीं है इस पर लैब टैक्नीशियन को फटकार लगाते हुए सभी व्यवस्थाएं एस0ओ0पी0 के अनुरूप करने को कहा।
ठ) अस्पताल की सभी व्यवस्थाएं अव्यवस्थित थी। अस्पताल को स्टैण्डर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर के अनुसार संचालित नहीं किया जा रहा था।

2- दवा वितरण कक्ष में कुछ स्टाफ दवा वितरण न कर आराम कर रहे थे। इस पर आयुक्त ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और दवा वितरण कक्ष के इंचार्ज डा0 मिथलेश कुमार प्रजापति को कारण बताओ नोटिस जारी किया।

3- निरीक्षण के समय मरीजों व उनके तीमारदारों से वार्ता करने पर कुछ मरीजों ने फिजिशियन डा0 गौतम जैन द्वारा बाहर से दवा लाने हेतु लिखे जाने की बात कही गयी, इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए आयुक्त ने डा0 गौतम जैन को निलम्बन नोटिस जारी करने तथा ओ0पी0डी0 में गरीब मरीजों को मनमाने तरीके से ट्रीट करने तथा बाहर की दवा लिखने वाले डाक्टरों की जांच कराकर उनकों निलम्बन नोटिस जारी करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये।

3- इसके अतिरिक्त अस्पताल में डा0 के0एन0 कटियार, नेत्र ओ0पी0डी0 तथा डा0 के0सी0 भारद्वाज को एक्जामिनेशन टेबिल साफ न रखने और उसमें अनावश्यक बैग अथवा सामान रखने, ओ0पी0डी0 में अत्यन्त गंदगी होने, उचित रख-रखाव न होने, डेली पेशेन्ट रजिस्टर मेनटेन न करने, मानक के अनुसार ओ0पी0डी0 का संचालन न करने के कारण इनका अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने के निर्देश दिए।

4- उपरोक्त अव्यवस्थाओं/कमियों के लिए डा0 सुशील प्रकाश, निदेशक, उर्सला अस्पताल एवं श्री आनन्द मोहन वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को कड़ी चेतावनी जारी करने तथा अस्पताल में एस0ओ0पी0 के अनुसार आगामी 10 दिनों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराते हुए अवगत कराने के निर्देश दिये गये।
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