June 21, 2025

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कानपुर10अप्रैल*बिना कुछ दिए उड़ा दिये गए गरीबों के आशियाने

कानपुर10अप्रैल*बिना कुछ दिए उड़ा दिये गए गरीबों के आशियाने

कानपुर10अप्रैल*बिना कुछ दिए उड़ा दिये गए गरीबों के आशियाने

कानपुर महानगर के पनकी में निर्माणाधीन विद्युत परियोजना 660 मेगा वाट के अंतर्गत 50 वर्षों से अधिक बसे लोगों को बिना मुआवजे व आवास मुहैया कराए ही उन्हें परियोजना के अधिकारियों द्वारा उजाड़ दिया गया जहां सब्जी मंडी कच्ची मड़ैया नाम से बसी आबादी में बाहरी प्रदेशों के रहने वाले लोग बिहार पश्चिम बंगाल गुजरात उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्रों से कमजोर वर्ग के लोग अपनी कच्ची मड़ैया बनाकर बसे हुए थे उन्हें उजाड़ दिया गया बिना उनकी बात सुने या यह कहें कि बिना उन्हें आवास सुविधा एवं अन्य सरकारी सुविधा दिए बगैर उनकी बस्ती को उजाड़ दिया गया वह अपनी आवाज क्षेत्रीय सांसद व विधायकों तक पहुंचाई गई परंतु सरकार की इस योजना के अंतर्गत उन्हें किसी प्रकार की सुविधा दिला पाना उनके बस में नहीं रहा वही आज रामनवमी के पर्व पर यह बच्चों की मुसीबतें सामने नजर आ रही हैं कि प्रतिवर्ष इस कच्ची बस्ती में मड़ैया में रहने वाले गरीब परिवार की कन्याओं को प्रतिवर्ष लोग आकर कन्यादान कर उनकी भावनाओं को पूरी की जाती थी परंतु आज उजाड़ी गई बस्ती में धूल और धूप के अलावा कुछ नजर नहीं आ रहा है नन्ही मुन्नी कन्याएं अपनी जगह इकट्ठा होकर नई योजना बनाकर गली गली में यह आवाज देकर मांग रही हैं कि मुझे कन्या के रूप में कुछ मिल जाए तो अच्छा होगा जैसा कि प्रतिवर्ष होता रहा उनकी आवाज है आंटी जी कन्या खिलाओ हम आ गए इसे देखकर उनकी मुसीबतों का अंदाजा लगाया जा सकता है परंतु आज तक विद्युत परियोजना के अधिकारी गण एवं सरकारी अधिकारी गण के साथ-साथ क्षेत्रीय प्रतिनिधियों ने भी इन गरीब परिवारों की आवाज तक न सुनी जिस कारण यह गलियों में घूम कर अपनी राम नवमी के अवसर पर आवाज के माध्यम से यह जताने का प्रयास किया कि हम कन्या है हमें खिलाकर कन्यादान करें यह मामला थाना पनकी अंतर्गत सब्जी मंडी कच्ची बस्ती मड़ैया का है जहां कोरोना काल में भी लोगों ने बढ़-चढ़कर इस बस्ती को भूख मिटाने के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया और उन्हें खाना उपलब्ध कराया गया परंतु आज सब कुछ नजारा धूप और धूल में ही दिख रहा है और कुछ नहीं

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