कानपुर देहात 19 मार्च* दिल्ली पुलिस दिल्ली की महिलाओं के साथ न्याय प्रक्रिया अपनाकर उनके अंदर आत्मविश्वास पैदा करें- उषा रानी कोरी
यौन उत्पीड़न की शिकार किसी महिला की मन:स्थिति जानते हैं आप? नही समझ सकते !
महिला हूं और संवेदन शील हूं समझ सकती हूं।
वो अपने साथ हुए अपराध का बदला चाहती है लेकिन समाज में बदनामी के डर से सामने नहीं आना चाहती।
उसे BJP राज में पुलिस पर भरोसा नहीं, इसलिए उन्होंने ऐसे नेता से आपबीती साझा की जिससे उसे न्याय की उम्मीद हो।
बस इतना कहूंगी कि
राहुल गांधी जी से उन पीड़ित महिलाओं के नाम पूछने की जगह दिल्ली पुलिस या BJP राज के अधीन काम करने वाली किसी भी पुलिस को चाहिए कि वह अपने प्रति महिलाओं में भरोसा पैदा करे।
जहां जहां महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है वहाँ उन दोषियों को पकड़े और कड़ी से कड़ी सज़ा दिलवाए। लीपापोती न करे।
फिर उसे न्याय की उम्मीद के लिए राहुल गांधी की तरफ़ नहीं देखना पड़ेगा।
पीड़ित महिलाएँ आपके पास ख़ुद चल कर आएँगी। लेकिन वो जानती हैं कि यूपी में रेप की शिकार महिलाओं के साथ क्या होता है।
बलात्कारी विधायक खुल्ला घूमता है और पीड़िता और उसे परिजनों पर अत्याचार होता है। हमले होते हैं ।
और तो और, बलात्कार की शिकार महिला की जान तक ले ली जाती है तो अंधेरे में लाश मिट्टी तेल से जला देती है। रेप के सारे सबूत मिटा देती है।
मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि वर्तमान में
BJP के नीचे काम करने वाली ऐसी पुलिस राजनीति का टूल बन कर रह गई है। जो अफ़सर आज अपने को चमकाने की कोशिश कर रहे हैं, वे दरअसल BJP की कठपुतली मात्र हैं।
ऊषा रानी कोरी
प्रवक्ता
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी
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