*मायावती की जनसभा:* *बसपा प्रत्याशियों के समर्थन में मांगे सुशासन पर वोट*
*कानपुर मंडल के 29 विधानसभाओं के बसपा प्रत्याशी रहे मौजूद*
*औरैया।* बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो सुश्री मायावती आज शनिवार को बिधूना पहुंची। जहां पर उन्होंने बिधूना क्षेत्र के भदौरा खेल मैदान में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। जनसभा में उन्होंने अपने कार्यकाल में सुशासन की व्यवस्था को बताते हुए बसपा प्रत्याशियों के समर्थन में वोट मांगे। इसके साथ ही उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा, सपा व कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला।
जनपद के कस्बा बिधूना क्षेत्र के ग्राम भदौरा खेल मैदान में कानपुर मंडल के प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी जनसभा को बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती संबोधित किया। उन्होंने भाजपा , सपा व कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए दलित विरोधी मानसिकता वाला करार दिया। उन्होंने सपा को जातिवादी एवं अराजक तत्वों की पोशाक , कांग्रेस को दलित विरोधी मानसिकता वाला व भाजपा को संकीर्ण मानसिकता का शिकार बताया। उन्होंने कहा कि सरकार बनने पर बेरोजगारों को रोजी-रोटी देने एवं कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाली का भी उन्होंने वायदा किया। मायावती ने अपने करीब 30 मिनट के भाषण के दौरान उपस्थित जनसमूह से बसपा के पक्ष में मतदान करने की अपील करते हुए कहा, कि उनकी पार्टी प्रदेश की सभी चार सौ तीन सीटों पर पूरी मजबूती के साथ विकास और सुशासन के मुद्दे को लेकर चुनाव मैदान में है। पार्टी ने सर्व समाज को हित में रखते हुए टिकटों का बंटवारा किया है। मतदाताओं कि अब जिम्मेदारी है कि वह जातिवादी मानसिकता वाले दलों को दरकिनार कर बसपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार को सत्ता में लाएं, जिससे प्रदेश में विकास की रफ्तार को तेज किया जा सके।
समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जब-जब सपा प्रदेश की सत्ता में आई है, तब-तब गुंडों, माफिया , बदमाशों , दंगाइयों और अराजक तत्वों का ही बोलबाला रहा है। सपा के शासनकाल में विकास का भी विशेष क्षेत्र जाति और समुदाय तक सीमित हो जाते हैं। जिसके चलते प्रदेश में जायदा तनाव की स्थिति रहती है। सपा ने बसपा के महापुरुषों के नाम बने जिलों व संस्थानों के नाम बदल दिए। अखिलेश की सपा सरकार में एससी/ एसटी एक्ट व आरक्षण भी खत्म कर दिया गया, और अनुसूचित जातियों और जनजातियों के अधिकारियों का डिमोशन किया गया। सरकारी भूमि के आवंटन में दलितों का कोटा खत्म किया गया। सपा को किसी भी कीमत पर सत्ता में नहीं आने देना है। मायावती ने कहा कि मैंने सोचा था कि सपा द्वारा दलितों के खिलाफ लिए गए निर्णयों को भाजपा बदलेगी। लेकिन भाजपा भी जातिवादी संकीर्ण मानसिकता की शिकार है। जिसके चलते दलित व पिछड़ों को उचित न्याय नहीं मिल सका। प्रदेश में अपराध बढा है। भाजपा शासन में दलित , अल्पसंख्यक व महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। भाजपा शासन में दलितों व अल्पसंख्यकों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। भाजपा समाज में ब्राह्मण व मुस्लिम उपेक्षित रहा। गरीबी , महंगाई व बेरोजगारी बढी है। डीजल व पेट्रोल के दाम भी बेतहाशा बढे हैं। उन्होंने भाजपा के जातिवादी संकीर्ण मानसिकता व तानाशाही शासन से मुक्ति के लिए बसपा के पक्ष में वोट करने की अपील की है।
मायावती ने कांग्रेस को दलित विरोधी मानसिकता वाली पार्टी बताते हुए कहा कि देश की सत्ता में सबसे अधिक समय तक रहने वाली कांग्रेस ने दलित , वंचित व पिछड़े वर्ग के उत्थान का प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश और अधिकतर राज्यों में कांग्रेस ने लंबे समय तक शासन किया। मगर अपने कार्यकाल में उसने दलित और पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए कभी असरदार कदम नहीं उठाए। अपनी गलत नीतियों और अन्य कारणों की वजह से आज कांग्रेस केंद्र व अन्य राज्यों से बाहर हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दलित, उपेक्षित वर्गों के मसीहा बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया। बल्कि उनके निधन पर भी इस पार्टी ने उनके सम्मान में एक दिन राष्ट्रीय शोक को उचित नहीं समझा। दलितों के उत्थान के लिए मंडल कमीशन की रिपोर्ट को भी कांग्रेस ने लागू नहीं किया था। बाद में हालांकि वीपी सिंह की सरकार में बसपा के प्रयास से मंडल कमीशन की रिपोर्ट को अमली जामा पहनाया गया। बसपा प्रमुख ने कहा कि सत्ता से बाहर रहने पर कांग्रेस को दलित , पिछड़ा और महिलाओं के हितों की बात सुहाती है, और सत्ता मिलने पर उनके लिए यह बातें दोयम दर्जे की हो जाती हैं। ना तो उसे विकास का ध्यान आता है और ना ही महिलाओं की भागीदारी की बातें अच्छी लगती हैं। अंत में उन्होंने कहा कि बिना पक्षपात और भेदभाव रहित काम करने के लिए बसपा की सरकार बनाएं। सरकार बनने पर प्रदेश में गरीब और बेरोजगारी को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। बेरोजगारों को रोज- रोटी के लिए रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। विवादित कानून को लागू नहीं होने दिया जाएगा। हर स्तर पर कानून का राज स्थापित होगा। अपराधी तत्वों को जेल भेजा जाएगा। नई पेंशन नीति से हम सहमत नहीं हैं। इस लिए कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को लागू किया जाएगा। इस लिए सर्वजन सुखाय , सर्वजन हिताय के लिए बसपा की सरकार बनानी है। इस मौके पर कानपुर मंडल के 29 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशी के अलावा क्षेत्रीय बसपा नेता गण मौजूद रहे।
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