राजगढ़ 20 मार्च*पूर्वी भारत के त्रिपुरा की अपहर्ता नाबालिक लड़की को अपहरणकर्ताओं से बचाया**।

राजगढ़ 20 मार्च*पूर्वी भारत के त्रिपुरा की अपहर्ता नाबालिक लड़की को अपहरणकर्ताओं से बचाया**।
*आरोपियों को गिरफ्तार कर दोषियों को पहुंचाया उनके अंजाम तक।*
*ठाकुर हरपाल सिंह परमार*
मामला जिले के भोजपुर क्षेत्र का है आज से करीब 1 माह पूर्व पूर्वी भारत के त्रिपुरा के गांव तलियमबरा से दो लड़के एक नाबालिग लड़की को अपहरण करके ले आए थे, त्रिपुरा पुलिस के द्वारा एक माह से मामले के सारे पहलुओं पर छानबीन की जा रही थी।
मामले में जांच के दौरान अपहृत नाबालिक लड़की के मध्यप्रदेश में होने की सूचना प्राप्त होने पर जांचकर्ता टीम द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क साधा गया जिस पर जिला ख्वाई त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक द्वारा राजगढ़ पुलिस अधीक्षक से चर्चा कर प्रकरण की अपहृता कि जल्द से जल्द दस्तयाबी एवं आरोपी गणों की गिरफ्तारी के लिए सहयोग करने की अपील की गई थी।
जहां एक और पूरे मध्यप्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं के विरुद्ध घटित अपराधों की जल्द से जल्द निराकरण के लिए अभियान चलाया जा रहा है वहीं यदि किसी अन्य प्रदेश से सहयोग मांगा जाए तो पुलिस ने दुगनी तेजी से कार्यवाही करते हुए मामले में हर संभव सहयोग किया, मामले की जानकारी लगते ही जिले के तेजतर्रार पुलिस कप्तान द्वारा मामले की तह तक जाने और आरोपियों की पता रस्सी के लिए जिले में तत्परता से एक टीम का गठन किया।
मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए जिला पुलिस कप्तान द्वारा जिले के संवेदनशील एवं तेजतर्रार पुलिस अधिकारियों को चुन कर मामले की जांच में लगाया गया। एक पुलिस टीम एसडीओपी खिलचीपुर निशा रेडी के मार्गदर्शन में गठित की गई जिसमें उपनिरीक्षक अवधेश सिंह तोमर थाना प्रभारी भोजपुर, उप निरीक्षक देवेंद्र सिंह राजपूत ,आरक्षक नीरज, आरक्षक विशेष, सहायक उपनिरीक्षक मनोहर ,आरक्षक राजीव एवं आरक्षक गिरिराज को टीम में शामिल किया गया।
उक्त टीम के द्वारा अपहर्ता व आरोपियों की तलाश हेतु विभिन्न जगहों पर दबिश दी गई साथ ही कई संदिग्धों से पूछताछ की गई और आखिरकार कड़ी मेहनत उपरांत आरोपियों के चंगुल से नाबालिक लड़की को बचाने में सफलता प्राप्त हुई।
टीम के द्वारा प्रकरण के आरोपियों को भी विधिवत गिरफ्तार किया गया, निश्चित रूप से पुलिस अधीक्षक राजगढ़ द्वारा लिए गए त्वरित फैसले व पुलिस को दिए गए आवश्यक निर्देशों के चलते एक नाबालिक लड़की को आरोपियों के चंगुल से मुक्त कराने में पुलिस टीम को एक बड़ी सफलता प्राप्त हुई है।