मैनपुरी 11 मार्च*यूपी आजतक न्यूज़ से खास खबरे

*हरदोई ग्राम पंचायत के दबंग रिश्वत खोर लेखपाल आलोक सिंह पर आखिर क्यों मेहरबान एसडीएम हेम सिंह*
*गॉव वालो की शिकायत के बाद तहसीलदार सैफई की जांच में दोषी पाया गया लेखपाल आलोक सिंह*
*पंचायत चुनाव में बड़ा बबाल कर सकता है यह लेखपाल आलोक सिंह*
सैफई। तहसील क्षेत्र के हरदोई गांव के दबंग रिश्वत खोर लेखपाल आलोक सिंह पर आखिर क्यों मेहरबान एसडीएम हेम सिंह।
गॉव वालो की शिकायत के बाद तहसीलदार सैफई की जांच में दोषी पाया गया लेखपाल आलोक सिंह फिर भी एसडीएम हेम सिंह बचाने में जुटे।
*पंचायत चुनाव में बड़ा बबाल कर सकता है यह लेखपाल आलोक सिंह*
प्राप्त समाचार के अनुसार सैफई तहसील क्षेत्र के ग्राम नगला सेमरा निवासी दिवारी लाल पुत्र सतराम सिंह ने 25 फरवरी को मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी इटावा के नाम दिए प्रार्थना पत्र में ग्राम पंचायत हरदोई में तैनात भ्रष्ट व रिश्वतखोर बेईमान लेखपाल आलोक सिंह पर 50 हजार रुपये रिश्वत लेकर पट्टा ना देने का आरोप लगाते हुए लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
तो अगले ही दिन ग्राम पंचायत हरदोई के प्रधान सुनील कुमार,राजवीर सिंह सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित होकर ट्रैक्टरों में सवार होकर जिलाधिकारी इटावा के कार्यालय में लेखपाल के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचे थे हालांकि उस दिन जिलाधिकारी कार्यालय में मौजूद नहीं थी। वहां पर मौजूद एसडीएम सदर को लेखपाल आलोक सिंह के खिलाफ शिकायती पत्र दिया गया था और जांच का भरोसा दिया गया था।
और मामला मीडिया में उछला और यह जानकारी एसडीएम सैफई हेम सिंह को हुई,कि ग्राम हरदोई से सैकड़ों की संख्या में लोग विरोध करने में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे थे तो देर शाम एसडीएम हेम सिंह ने तहसीलदार सैफई प्रभात राय को जिलाधिकारी के आदेश आने से पहले ही जांच का हवाला देते हुए ग्राम नगला सेमरा में भेजा तो गांव नगला सेमरा के बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हुए और लेखपाल के खिलाफ बयान दर्ज कराए तहसीलदार प्रभात राय ने लेखपाल को जांच में दोषी ठहराते हुए एसडीएम हेम सिंह को रिपोर्ट सौंप दी थी। अगले ही दिन 2 मार्च को सैफई तहसील में जिला अधिकारी श्रुति सिंह का तहसील दिवस था उस दिन ग्राम पंचायत हरदोई से बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित होकर लेखपाल के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए जिला अधिकारी के सामने पहुंचने की तैयारी कर रहे थे। इसकी भनक एसडीएम हेम सिंह को देर शाम लग गई थी तो उन्होंने उसी दिन एक अपने चहते दलाल को रात में फोन किया और उससे कहा कि आप उन लोगों को मैनेज करो और भरोसा दे दो हम एक सप्ताह के अंदर लेखपाल को क्षेत्र से हटा देंगे।
एसडीएम के चहते दलाल ने रात को ही ग्राम पंचायत हरदोई के कुछ सम्मानित व्यक्तियों से फोन पर बात की और तहसील दिवस में ना आने की अपील की उन लोगों को भरोसा दिया गया था कि लेखपाल आलोक सिंह के खिलाफ कार्रवाई हो जाएगी।
चहते दलाल के भरोसे में आने से ग्राम पंचायत हरदोई के ग्रामीण उस दिन जिलाधिकारी के सामने अपनी शिकायत दर्ज कराने नहीं पहुंचे लेकिन
2 मार्च से लेकर आज 11 मार्च हो गई है एसडीएम हेम सिंह ने अपने चहते लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई तो नहीं की पर कुछ दलाल फिर से लगा दिए और ग्राम हरदोई के सम्मानित लोगों को तहसील में बुलाकर शिकायतों को वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है आखिर क्यों एसडीएम हेम सिंह लेखपाल आलोक सिंह को बचाने में लगे हुए हैं।
सूत्र बताते हैं सैफई तहसील में तैनात लेखपाल आलोक सिंह एसडीएम हेम सिंह का सबसे करीबी और भरोसेमंद लेखपाल है जो काम कोई नहीं करा पाएगा वह काम आलोक लेखपाल से मिलो और एसडीएम तत्काल आलोक लेखपाल की बात सुनते ही वह काम करा देंगे।
ग्राम नगला सेमरा से करीब एक सैकड़ा लोगों का कहना है ग्राम पंचायत हरदोई के गरीब लोगों का इतना शोषण लेखपाल आलोक सिंह द्वारा किया गया है जिसका बख्या करना ही बहुत कम है,लेखपाल द्वारा घरोनी दर्ज कराने व आवासीय पट्टे कराने के नाम पर जमकर धन वसूली की जा रही है। लेखपाल आलोक सिंह का स्पष्ट कहना है एसडीएम मेरे हाथ में है आपको जो शिकायत करनी है वह करो कोई फर्क नही पड़ेगा।
*बीजेपी के विधायक ने लेखपाल आलोक और एसडीएम हेम सिंह के खिलाफ लिखा पत्र*
सूत्र बताते हैं बीजेपी के बिठूर से विधायक ने एसडीएम हेम सिंह और लेखपाल आलोक सिंह के रिश्वत के मामले की शिकायत को संज्ञान में लेकर लिखा है पत्र।
*प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कराने की बात कही*
प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक शिवपाल सिंह यादव से ग्राम पंचायत हरदोई के लोगों ने भ्रष्ट रिश्वतखोर लेखपाल की फोन के माध्यम से शिकायत की प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भ्रष्ट रिश्वतखोर लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई कराने की बात कही।
नोट- अगले अंक में आपको सैफई तहसील के उच्च अधिकारियों के वो बड़े राज मिलेंगे…… बस इंतजार करो…..