बाँदा 07 मार्च*जिले में नमसा योजना चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट

बाँदा 07 मार्च*जिले में नमसा योजना चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट
भूमी संरक्षण विभाग समागम का बड़ा खेल,जिम्मेदार कौन
बाँदा।केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा संचालित नमसा योजना के शुरू होने से यह लग रहा था कि किसानों की आर्थिक स्थिति पहले से सुदृढ़ हो जाएगी किसान परंपरागत खेती के अलावा स्थायी कृषि यानी ऑफ सीजन में भी महंगी फसलों का उत्पादन कर मोटा मुनाफा कमा सकेगे व पशुपालन के जरिए भी किसान अपनी आर्थिक स्थिति और अधिक मजबूत कर सकेंगे।इसके लिए केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने नेशनल संस्टेनेबल एग्रीकल्चर (नमसा ) योजना लागू की है।इस योजना में किसान की ओर से कोई भी गतिविधि अपनाए जाने पर सरकार की ओर से अनुदान दिया जा रहा है।नेशनल मिशन संस्टेनेबल एग्रीकल्चर (नमसा) योजना के तहत बाँदा जनपद के कई गांवों को इस योजना में जिले के उन प्रगतिशील किसानों को शामिल किया गया था,जिनके पास कम से कम दो हेक्टेयर या इससे अधिक भूमि उपलब्ध हो।इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुपालन आदि गतिविधियों के जरिए किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है।
किसानों को किस मद के लिए मिलेगा अनुदान
किसानों को परम्परागत खेती के अलावा पशुपालन,बीज गोदाम,भूसा घर का निर्माण,केंचुए की खाद बनाना आदि अपनाने पर प्रत्येक किसान को अनुदान दिया गया था।नमसा योजना के तहत प्रत्येक कलस्टर में किसानों को भैंस पालन,बकरी पालन के लिए अनुदान दिये जाने का लक्ष्य रखा गया था l
जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से वंचित किया गया किसानों को
नमसा योजना के लाभार्थियों को विभागीय अधिकारियों व दलालो के द्वारा लूटने का काम किया गया l बकरी पालन व भैंस पालन के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया।जिसमें लाभार्थियों के निजी जानवरों पर टैग लगाकर सरकारी पैसे का बंदरबाट किया गया lविभाग द्वारा तैनात किए गए दलालो के माध्यम से जनता को लूटने का काम भी हुआ l सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा संचालित नमसा योजना में जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी पैसे का जमकर बंदरबांट किया जा रहा है।बकरी पालन व भैंस पालन के लिए दिए जा रहे हैं अनुदान में जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत देखते ही बनती है जहां पर दलालों से मिलकर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा आम जनता को लूटने का काम किया जा रहा है l भूमि संरक्षण विभाग की नमसा योजना में भूमि संरक्षण अधिकारी भूमिका संदिग्ध लग रही है जिसमें दलालों के माध्यम से लाभार्थियों से मनमाने तरीके से पैसे ऐंठने का काम किया गया।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
सौरभ कुमार भूमि संरक्षण समागम अधिकारी बाँदा
योजना का लाभ देने के पहले स्थलीय जांच जे ई द्वारा किया जाता है अगर कोई संदिग्ध है मामला है तो उसकी जांच कराई जाएगी |
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यूपी आज तक बांदा ब्यूरो मदन गुप्ता की रिपोर्ट