पंजाब 03 मार्च*मेजर सुरेन्द्र चौक पर पहुंची स्वर्णिम विजय दिवस की मशाल

पंजाब 03 मार्च*मेजर सुरेन्द्र चौक पर पहुंची स्वर्णिम विजय दिवस की मशाल
अबोहर, 3 मार्च (शर्मा): 1971 की भारत-पाक जंग में देश की जीत के जश्न के 50 वर्ष पूरे होने पर इस वर्ष को भारतीय फौज और देश निवासियों द्वारा स्वर्णिम विजय वर्ष के तौर पर मनाया जा रहा है। इस संबंधी चार विजय मशालें देश के अलग-अलग कोनों में जा रही हैं। इसी क्रम में यह विजय मशाल आज अबोहर पहुंची, जहां 1965 की जंग में देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले मेजर सरिन्दर प्रसाद को उनके बलिदान के लिए नमन किया गया। इस मौके डिप्टी कमिशनर अरविन्द पाल सिंह संधू, सन्दीप जाखड़, कमिश्नर नगर निगम अभिजीत कपलिश, भारतीय फौज के सीनियर अधिकारी, पूर्व फ़ौजी और शहर के गणमान्य नागरिकों ने मेजर सुरिन्दर प्रसाद की प्रतिमा पर पुष्पांजली भेंट की। जिक्रयोग्य है कि अबोहर निवासी मेजर सुरिन्दर प्रसाद ने 1965 की जंग में देश की सरहदों की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। उनकी शहादत के बाद उन्हें वीर चक्कर से सम्मानित किया गया था। इस मौके आज उनकी बहन निर्मला को भी भारतीय फ़ौज की तरफ से विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। इस मौके पर मिल्ट्री स्टेशन अबोहर के कमांडर समेत फ़ौज के सीनियर आधिकारियों की हाजऱी में विजय मशाल यहां पहुंची और लोगों ने मशाल का भव्य स्वागत किया। यह मशाल अगले कुछ दिनों तक अबोहर क्षेत्र में ही रहेगी और अलग-अलग गांवों में जायेगी, जहां पूर्व सैनिकों, भाई-बहनों का सम्मान करने साथ -साथ नौजवानों को फ़ौज में भर्ती हेने के लिए प्रेरित किया जायेगा। इस मौके डिप्टी कमिशनर अरविन्द पाल सिंह संधू ने कहा कि भारतीय सेना विश्व के प्रमुख अग्रणी देशों की सेनाओं में अपनी पहचान बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि हम 1971 की जंग में देश की जीत के जश्न की गोल्डन जुबली मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस दिन हम देश के लिए बलिदान देने वाले हमारे शूरवीर योद्धाओं को याद करते हैं। इस मौके भारतीय फ़ौज की तरफ से हथियारों की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसे विद्यार्थियों और नौजवानों ने देखा।