[5/25, 4:44 PM] +91 94155 29848: ब्रेकिंग
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अयोध्या।
कोरोना महामारी के आपातकाल में गौशालाओं में गोवंशओं का बुरा हाल।प्रचंड गर्मी में खुले आसमान में रह रहे हैं गोवंश।कान्हा गौशाला में धूप में तड़प तड़प कर मर रहे हैं गोवंश।सूखे भूसे और चुनी चोकर की मात्रा में भी भारी धांधली।गौशाला में गोवंशो की सेवा करने पहुंचे गौ रक्षक रितेश दास का कान्हा गौशाला प्रशासन पर बड़ा आरोप।गौशाला की स्थिति बेहद गंभीर।गौशाला में जानवरों के वीडियो बनाने पर भ्रष्ट कर्मचारियों के गुर्गों ने मारने के लिए दौड़ाया।कई किलोमीटर भागकर बचाई जान। मोटरसाइकिल सवार गुर्गों ने किया हमले का प्रयास।मुर्गी फॉर्म में शरण लेकर बचाई जान। जिले के आला अधिकारियों से की गई फोन से शिकायत।सूचना पर मौके पर पहुंची 112 की पुलिस। पुलिस के पहुंचने पर भागे हमलावर।
[5/25, 4:44 PM] +91 94155 29848: ब्रेकिंग
लखनऊ।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जेलों से बंदियों की रिहाई जारी ।
कोरोना के चलते जेलों में भीड़ कम करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने दिया था आदेश।
हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की अध्यक्षता में बनी कमेटी के आदेश के बाद रिहाई जारी ।
अब तक कुल 1660 सजायाफ्ता कैदी रिहा किए गए।
8463 विचाराधीन बंदी अंतरिम जमानत पर रिहा किए गए ।
अब प्रदेश की 71 जेलों में कुल बंदी 106026 हैं।
[5/25, 4:44 PM] +91 94155 29848: ब्रेकिंग
लखनऊ –
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों से 28 मई को वर्चुअल संवाद करेंगे।
– सीएम मंडलो का दौरा करने के बाद लखनऊ वापस आने के बाद ग्राम प्रधानों से बातचीत कर कोरोना मैनेजमेंट के लिए जिम्मेदारी भी सौंप सकते है ।
[5/25, 5:32 PM] +91 94155 29848: वैद्य की सलाह।।। ये भी जाने
*एनीमिया यानी शरीर में खून की कमी*
*जाने कैसे दूर हो शरीर में खून की कमी और उससे उत्पन्न होने वाले रोग का आयुर्वेदिक सटीक* इलाज वैद्य आर पी पांडे *अनंत शिखर साकेत पुरी कॉलोनी अयोध्या*
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एनीमिया तब होता है जब रक्त में पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं या हीमोग्लोबिन नहीं होता है। हीमोग्लोबिन रक्त की कोशिकाओं के लिए ऑक्सीजन आबद्ध करने के लिए आवश्यक है। यदि आपके पास कम या असामान्य लाल रक्त कोशिकाएं हों या आपका हीमोग्लोबिन कम या असामान्य हो तो आपके शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलेगा। एनीमिया के लक्षण जैसे थकान तब महसूस होते हैं जब शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलता है।
महिलाओं, बच्चो और लंबे समय से चल रही बिमारियों से पीड़ित लोगों को एनीमिया आसानी से हो सकता है।
भारत में एनीमिया के हर साल 1 करोड़ मामले होते हैं।
एनीमिया के बारे में कुछ महत्वपूर्ण कारक इस प्रकार हैं:
एनीमिया के कुछ प्रकार अनुवांशिक होते हैं और कुछ लोगों को एनीमिया बचपन से होता है।
गर्भधारण करने की योग्य उम्र में महिलाओं को मासिक धर्म के कारण रक्त की कमी और शरीर द्वारा ज़्यादा रक्त की ज़रुरत के कारण आसानी से एनीमिया हो सकता है।
अनुचित आहार और अन्य चिकित्सक समस्याओं के कारण भी लोगों को एनीमिया हो सकता है।
एनीमिया के कई प्रकार हो सकते हैं। सबके कारण और उपचार अलग होते हैं। आयरन की कमी के कारण होने वाला एनीमिया सबसे सामान्य है और इसका उपचार आहार बदलने और आयरन युक्त आहार से किया जा सकता है। गर्भावस्था के दौरान होने वाले एनीमिया को कुछ हद तक सामान्य समझा जाता है। तथापि कुछ प्रकार एनीमिया के कारण ज़िन्दगी भर स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याएं हो सकती हैं।
*एनीमिया के निम्नलिखित प्रकार होते हैं:*
*आयरन की कमी के कारण एनीमिया:* आयरन की कमी के कारण एनीमिया, एनीमिया का सामान्य प्रकार है जो आमतौर पर तब होता है जब बहुत समय से मासिक धर्म के कारण खून की अत्यधिक कमी हो रही होती है। गर्भावस्था में भ्रूण (फीटस) के विकास और, बच्चो में बचपन और किशोरावस्था में विकास के लिए आयरन की ज़्यादा ज़रुरत के कारण भी आयरन की कमी के कारण एनीमिया हो सकता है।
*अप्लास्टिक(Aplastic)एनीमिया:*
अप्लास्टिक (Aplastic) एनीमिया रक्त का एक विकार है जिस कारण शरीर की हड्डियों की मज्जा पर्याप्त रक्त कोशिकाएं नहीं बना पाता है। इस कारण स्वास्थ्य सम्बंधित कई समस्याएं जैसे एरिथमियास (Arrhythmias; असामान्य दिल की धड़कन), हृदय के आकार में वृद्धि, दिल की विफलता, सक्रमण और रक्तस्त्राव हो सकता है। यह अचानक या धीरे-धीरे विकसित होता है और समय के साथ गंभीर हो जाता है, जब तक कि इसका इलाज नहीं किया जाता है।
*हेमोलिटिक (Haemolytic) एनीमिया:*
हेमोलिटिक (Haemolytic) एनीमिया तब होता है जब सामान्य जीवन काल के समाप्त होने से पहले ही लाल रक्त कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं या रक्तधारा में नहीं होती हैं। कई बिमारियों, स्तिथियों और कारकों के कारण शरीर लाल रक्त कोशिकाओं को नष्ट कर सकता है। हेमोलिटिक (Haemolytic) एनीमिया से कई गंभीर स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याएं जैसे थकान, दर्द, एरिथमियास (Arrhythmias; असामान्य दिल की धड़कन), हृदय के आकार में वृद्धि, दिल की विफलता हो सकती हैं।
थेलसेमिआस (Thalassaemias): थेलसेमिआस (Thalassaemias) एक अनुवांशिक रक्त विकार है जिस कारण शरीर कम लाल रक्त कोशिकाएं और हीमोग्लोबिन (लाल रक्त कोशिकाओं में एक आयरन युक्त प्रोटीन) बनाता है।
*थेलसेमिआस (Thalassaemias) के प्रमुख प्रकार हैं:*
अल्फा थेलसेमिआस (Thalassaemias) और बीटा थेलसेमिआस (Thalassaemias)। अल्फा थेलसेमिआस (Thalassaemias) के गंभीर प्रकार को अल्फा थेलसेमिआस (Thalassaemias) मेजर या हीड्रोप्स फिटलिस (Hydrops Fetalis) कहते हैं और बीटा थेलसेमिआस (Thalassaemias) के गंभीर प्रकार को बीटा थेलसेमिआस (Thalassaemias) मेजर या कुली एनीमिया (Cooley’s Anaemia) कहते हैं। थेलसेमिआस (Thalassaemias) पुरुषों और महिलाओं, दोनों में होता है।
*सिकल सेल एनीमिया (Sickle Cell Anaemia):*
सिकल सेल एनीमिया (Sickle Cell Anaemia) एक गंभीर बीमारी है जिसमें शरीर दरांती (सिकल) के आकृति जैसी लाल रक्त कोशिकाएं बनाता है। सामान्य लाल रक्त कोशिकाएं की आकृति डिस्क (Disk) जैसी होती है जिस कारण वह रक्त वाहिकाओं के ज़रिये आसानी से उत्तीर्ण होता है। लाल रक्त वाहिकाओं में हीमोग्लोबिन (एक आयरन युक्त प्रोटीन जो रक्त को उसका लाल रंग देता है और ऑक्सीजन को फेफड़ों से शरीर के अन्य भागों तक ले जाता है) नामक प्रोटीन होता है।
*परनिशियस (Pernicious) एनीमिया:*
परनिशियस (Pernicious) एनीमिया में शरीर पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बना पाता है क्योंकि शरीर में पर्याप्त विटामिन B12 (भोजन में पाया जाने वाला पोषक तत्व) नहीं होता है। जिन लोगों को परनिशियस (Pernicious) एनीमिया होता है वह शरीर में एक प्रकार के प्रोटीन की कमी के कारण पर्याप्त विटामिन B12 का अवशोषण नहीं कर पाते हैं। विटामिन B12 की कमी कई ओर स्तिथियों और कारकों के कारण भी हो सकती है।
फेंकोनाइ (Fanconi) एनीमिया या ऍफ़ए (FA) एक अनुवांशिक रक्त विकार है जिस कारण हड्डियों की मज्जा की विफलता हो सकती है। ऍफ़ए (FA), अप्लास्टिक (Aplastic) एनीमिया का एक प्रकार है जो हड्डियों की मज्जा को नई रक्त कोशिकाएं नहीं बनाने देता है। ऍफ़ए (FA) के कारण हड्डियों की मज्जा कई असामान्य रक्त कोशिकाएं बनाता है। इस कारण लेउकीमिअ (Leukemia) जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
एनीमिया के लक्षण आपको हुए एनीमिया के प्रकार पर निर्भर करेंगे।
*एनीमिया के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:*
थकान
कमज़ोरी
त्वचा का पीला होना
दिल की धड़कन का असामान्य होना
सांस लेने में तकलीफ
चक्कर आना
सीने में दर्द
हाथों और पैरों का ठंडा होना
सिरदर्द
शुरुआत में एनीमिया के लक्षण नज़रअंदाज़ हो जाते हैं लेकिन जैसे-जैसे एनीमिया गंभीर होने लगता है, उसके लक्षण भी गंभीर हो जाते हैं।
*एनीमिया के 400 प्रकार होते हैं, जिसे 3 क्षेत्रों में बांटा जा सकता है:-*
रक्त की कमी के कारण एनीमिया।
लाल रक्त कोशिकाओं की कमी रक्तस्त्राव के कारण हो सकती है, जो अक्सर धीरे-धीरे समय के साथ हो सकता है, और नज़रन्दाज़ हो सकता है।
इस प्रकार का गंभीर रक्तस्त्राव निम्नलिखित कारणों की वजह से हो सकता है:
जठरांत्र सम्बंधित समस्याएं जैसे अलसर, बवासीर, जठरशोथ (पेट की सूजन), और कैंसर।
एनएसएआईडी (NSAID) जैसे एस्पिरिन (Aspirin) और इबूप्रोफेन (Ibuprofen) का इस्तेमाल करने से अलसर और जठरशोथ हो सकता है।
महिलाओं में मासिक धर्म और प्रसव, ख़ास तौर से तब जब मासिक धर्म में अत्यधिक खून बह रहा हो और कई बार गर्भावस्था हुई हो।
दोषपूर्ण लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के कारण एनीमिया:
इस प्रकार के एनीमिया में रक्त कोशिकाओं का उत्पादन कम होता है या रक्त कोशिकाएं ढंग से काम नहीं करती हैं। विटामिन और खनिज की कमी और असामान्य लाल रक्त कोशिकाओं के कारण लाल रक्त कोशिकाएं दोशपूर्व या कम होती हैं।
इन स्तिथियों से सम्बंधित एनीमिया इस प्रकार हैं:
सिकल (Sickle) सेल एनीमिया
आयरन की कमी के कारण एनीमिया
विटामिन की कमी
हड्डियों की मज्जा और स्टेम सेल में समस्याएं
*अन्य स्वास्थ सम्बंधित समस्याएं हड्डियों की मज्जा और स्टेम सेल में समस्याएं:*
हड्डियों की मज्जा और स्टेम सेल में समस्याओं के कारण शरीर पर्याप्त लाल कोशिकाओं का उत्पादन नहीं कर पाता है। हड्डियों की मज्जा में पाए जाने वाले कुछ स्टेम सेल लाला रक्त कोशिकाओं में परिवर्तित हो जाते हैं। यदि स्टेम सेल कम या दोशपूर्व हों या उनकी जगह कैंसर की मेटास्टैटिक (Metastatic) कोशिकाएं हों तो एनीमिया हो सकता है। हड्डियों की मज्जा या स्टेम सेल में समस्याओं के कारण होने वाली समस्याएं या बीमारियाँ इस प्रकार हैं:
अप्लास्टिक (Aplastic) एनीमिया
थैलेसीमिअ (Thalassemia)
लेड (Lead) के कारण हड्डियों की मज्जा में विषाक्तता
हॉर्मोन की कमी के कारण लाल रक्त कोशिकाएं का कम उत्पादन:
*इस समस्या के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:*
गुर्दे की बीमारी
हाइपोथायरॉइडिज़्म (Hypothyroidism)
लंबे समय से चल रही बीमारियाँ जैसे कैंसर, संक्रमण, लूपस, मधुमेह, रूमटॉइड अर्थिराइटिस
बुढ़ापा
*लाल रक्त कोशिकाओं के नष्ट होने से निम्नलिखित एनीमिया हो सकते हैं:*
जब लाल रक्त कोशिकाएं कमज़ोर होती हैं तब वह परिसंचरण प्रणाली का दबाव नहीं सेह पाती हैं। इस कारण वह हमेशा के लिए क्षतिग्रस्त हो सकती हैं जिस वजह से हेमोलिटिक (Hemolytic) एनीमिया हो सकता है। हेमोलिटिक (Hemolytic) एनीमिया जन्म से भी हो सकता है। कभी-कभी हेमोलिटिक (Hemolytic) एनीमिया होने का कोई कारण नहीं होता है।
*हेमोलिटिक (Hemolytic) एनीमिया के ज्ञात कारण इस प्रकार हैं:*
अनुवांशिक बीमारियाँ जैसे सिकल (Sickle) सेल एनीमिया और थैलेसीमिअ (Thalassemia)।
संक्रमण, कुछ दवाइयों, साँप या मकड़ी के ज़हर, और कुछ खाध पदार्थ।
लिवर और गुर्दे की बीमारी के कारण विषाक्तता।
प्रतिरक्षा प्रणाली की असामान्य गतिविधि (नवजान शिशु में हेमोलिटिक (Hemolytic) बीमारी जो गर्भवती महिला के भ्रूण (फीटस) में होती है)।
वेस्कुलर ग्राफ्ट (Vascular Graft), हार्ट वॉल्व में समस्या, ट्यूमर, जलने के कारण समस्या, रसायनों के संपर्क में आने से समस्याएं, उच्च रक्तचाप, रक्त के थक्कों का विकार।
कुछ दुर्लभ स्तिथियों में, बढ़ा हुआ स्प्लीन लाल रक्त कोशिकाओं को रोक कर उन्हें नष्ट कर देता है।
**खून की कमी* (एनीमिया) से बचाव –
एनीमिया के कुछ प्रकारों जैसे सिकल (Sickle) सेल एनीमिया (जो एक अनुवांशिक बीमारी है) से बचा नहीं जा सकता है।
खून की कमी के कारण होने वाले एनीमिया से बचना भी मुश्किल है क्योंकि दुर्घटनाएं और चोटें अप्रत्याशित हैं। यदि आप किसी ऐसी स्तिथि में हों जब आप अधिक खून बह रहा हो तो जब तक आपको कोई चिकित्सक मदद ना मिलें तब तक आपको अपने रक्तस्त्राव को रोकने या कम करने की कोशिश करें।
*अन्य प्रकार के एनीमिया से बचने के लिए:*
आयरन में युक्त स्वस्थ आहार का सेवन करें।
चाय और कॉफ़ी का सेवन कम करें क्योंकि इनके कारण आपके शरीर को आयरन का अवशोषण करने में परेशानी हो सकती है।
विटामिन सी (C) का सेवन ज़्यादा करें क्योंकि वह आयरन का अवशोषण करने में मदद करता है।
*एनीमिया का निदान करने के लिए डॉक्टर आपको आपके चिकित्सक और पारिवारिक इतिहास के बारे में पूछेंगे, आपका शारीरिक टेस्ट करेंगे और आपको निम्नलिखित टेस्ट करवाने को कहेंगे:*
पूर्ण रक्त गणना का टेस्ट या कम्प्लीट ब्लड टेस्ट (सीबीसी) (Complete blood count (CBC)) आपके रक्त के नमूने में कोशिकाओं की संख्या मापता है। एनीमिया का निदान करने के लिए डॉक्टर आपके रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं (हेमाटोक्रिट; Hematocrit) और हीमोग्लोबिन के स्तर देखेंगे।
(हेमाटोक्रिट; Hematocrit) का स्तर पुरुषों में 40-52 प्रतिशत होते हैं और महलाओं में 35-47 प्रतिशत होता है। पुरुषों में हीमोग्लोबिन का स्तर 14-18 ग्राम/ डेसिलीटर होता है और महिलाओं में 12-16 ग्राम/ डेसिलिटर होता है।
आपके लाल रक्त कोशिकाओं के रंग, आकर और आकृति जानने के लिए भी एक टेस्ट किया जाएगा।
कभी-कभी एनीमिया का निदान करने के लिए आपकी हड्डियों के मज्जा के नमूने की भी ज़रुरत पड़ सकती है।
यदि आपके एनीमिया का निदान हो जाए तो एनीमिया होने के कारण को जानने के लिए भी टेस्ट किए जाएंगे।
*आपको हुए एनीमिया का उपचार आपको हुए एनीमिया के प्रकार पर निर्भर करेगा:*
*आयरन की कमी के कारण हुए एनीमिया:* एनीमिया के इस प्रकार का उपचार आप आयरन में युक्त आहार लेकर और अपनी आहार में कुछ बदलाव लाकर कर सकते हैं। यदि आयरन की कमी के कारण हुए एनीमिया मासिक धर्म की वजह से ना हुआ हो और इसका कारण कोई रक्तस्त्राव हो तो सर्जरी भी करनी पड़ सकती है।
*विटामिन की कमी के कारण हुआ एनीमिया:*
विटामिन B12 और फोलिक एसिड की कमी के कारण हुए एनीमिया का उपचार आहार में बदलाव लाकर, विटामिन B12 और फोलिक एसिड में युक्त आहार का सेवन करके किया जा सकता है। यदि आपके पाचन तंत्र को विटामिन B12 का अवशोषण करने में समस्या होती हो तो आपको विटामिन B12 के इंजेक्शन करवाने की आवश्यकता हो सकती है। आपकी स्तिथि के अनुसार आपको इंजेक्शन 1 महीने या ज़िन्दगी भर करवाना पड़ सकता है।
*लंबे समय से चल रही बीमारी के कारण हुआ एनीमिया:*
इस प्रकार के एनीमिया का कोई उपचार नहीं होता है। डॉक्टर आपको चल रही बीमारी का उपचार करने की कोशिश करते रहेंगे। यदि आपको हो रहे लक्षण गंभीर हो जाए तो आपका रक्त-आधान किया जाएगा या आपको कृत्रिम एरिथ्रोप्रोटीन (Synthetic Erythropoietin; एक प्रकार का प्रोटीन जिसका उत्पादन आपके गुर्दों में होता है) के इंजेक्शन दिए जाएंगे जिससे लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाया जा सके और आपको हो रहे लक्षणों का उपचार किया जा सके।
*अप्लास्टिक (Aplastic) एनीमिया:*
अप्लास्टिक (Aplastic) एनीमिया के उपचार के लिए रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं के स्तर को बढ़ाने के लिए रक्त-आधान करने की आवश्यकता हो सकती है। यदि आपकी हड्डियों के मज्जा में कोई समस्या हो जिस कारण वह स्वस्थ रक्त कोशिकाएं ना बना पा रहा हो तो आपको हड्डियों की मज्जा का प्रत्यारोपण करने की भी आवश्यकता हो सकती है।
*हड्डियों की मज्जा से सम्बंधित एनीमिया:*
ऐसे एनीमिया के उपचार के लिए आपको दवाइयों, कीमोथेरपी, या हड्डियों की मज्जा का प्रत्यारोपण करने की आवश्यकता हो सकती है।
*हेमोलिटिक (Hemolytic) एनीमिया:*
हेमोलिटिक (Hemolytic) एनीमिया के उपचार के लिए जिन दवाइयों के कारण हेमोलिटिक (Hemolytic) एनीमिया हो सकता है, प्रतिरक्षा प्रणाली कमज़ोर हो सकती है या जो दवाइयाँ आपकी लाल रक्त कोशिकाओं को हानि पहुँचा सकती हों उनका सेवन ना करें और हेमोलिटिक (Hemolytic) एनीमिया से सम्बंधित संक्रमणों का इलाज करवाएं।
आपको हुए एनीमिया की गंभीरता के अनुसार, रक्त-आधान, प्लास्माफेरेसिस (Plasmapheresis; रक्त फ़िल्टर करने की एक प्रक्रिया) या स्प्लीन का निष्कासन करना आवश्यक हो सकता है।
*सिकल (Sickle) सेल एनीमिया:*
इस प्रकार के एनीमिया के उपचार में ऑक्सीजन, दर्द निवारक दवाइयाँ, दर्द और जटिलताओं को कम करने के लिए मौखिक और नसों के माध्यम से दी जाने वाली दवाइयाँ की आवश्यकता हो सकती है। डॉक्टर आपको रक्त-आधार, फोलिक एसिड युक्त भोजन और एंटीबायोटिक लेने की सलाह दे सकते हैं। कुछ स्तिथियों में हड्डियों की मज्जा का प्रत्यारोपण प्रभावी हो सकता है। कैंसर की कुछ दवाइयाँ जैसे हाइडरिआ (Hydrea) सिकल (Sickle) सेल एनीमिया में उपयोगी हो सकती है।
*थैलेसीमिअ (Thalassemia):*
इस प्रकार के एनीमिया का उपचार रक्त-आधार, फोलिक एसिड में युक्त भोजन, दवाइयों, स्प्लीन के निष्कासन और हड्डियों की मज्जा के प्रत्यारोपण से किया जा सकता है।
अगर आपको एनीमिया हो तो कृपया डॉक्टर से सलाह किए बिना कोई दवा ना लें और स्वयं इलाज न करें।
*इन कारको के कारण आपको एनीमिया होने का जोखिम हो सकता है:*
यदि आप स्वस्थ आहार ना ले रहे हों, आपकी आहार में आयरन, विटामिन B12 और फोलेट निरंतर कम हो तो आपको एनीमिया होने का जोखिम हो सकता है।
*आंतो में विकार:*
यदि आपके आंतो में विकार जैसे क्रोहन की बीमारी (Crohn’s Disease) या सीलिएक की बीमारी (Celiac’s Disease) हो जिस कारण आप पोषक तत्वों का अवशोषण ना कर पा रहें हों तो आपको एनीमिया होने का जोखिम हो सकता है।
यदि आपको मासिक धर्म होता हो तो आपको एनीमिया होने का जोखिम उन महिलाओं जो रजोनिवृत्ति से गुज़र चुकी हैं या पुरुषों से अधिक होता है क्योंकि मासिक धर्म में रक्त स्त्राव के कारण लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो सकती है।
*गर्भावस्था:*
यदि आप गर्भवती हों और फोलिक एसिड के साथ मल्टीविटामिन ना लेती हों तो आपको एनीमिया होने का जोखिम है।
यदि आपको लंबे समय से कोई बीमारी जैसे कैंसर, गुर्दों की विफलता या कोई अन्य बीमारी हो तो आपको एनीमिया हो सकता है क्योंकि इन बिमारियों के कारण लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो सकती है। किसी अलसर के कारण अगर शरीर में लंबे समय तक खून या आयरन की कमी हो रही हो तो आपको एनीमिया हो सकता है।
यदि आपके परिवार में एनीमिया होने का इतिहास हो तो आपको अनुवंशित एनीमिया जैसे सिकल (Sickle) सेल एनीमिया हो सकता है।
यदि आपके परिवार में किसी संक्रमण या रक्त से सम्बंधित बिमारियों का इतिहास हो; आप कुछ ऐसी दवाइयों का उपयोग कर रहे हों जो रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को प्रभावित कर सकती हों; शराब पीते हों; या कुछ ज़हरीले रसायनों के संपर्क में हों तो आपको एनीमिया हो सकता है।
जिन लोगों की उम्र 65 से ज़्यादा हो उन्हें एनीमिया होने का जोखिम होता है।
*यदि एनीमिया का उपचार ना किया जाए तो निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं:*
*अतियाधिक थकान:*
यदि आपका एनीमिया गंभीर हो जाए तो आप दैनंदिन कार्य नहीं कर पाएंगे।
*गर्भावस्था से सम्बंधित जटिलताएं:*
फोलेट की कमी के कारण हुए एनीमिया से पीड़ित गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था में जटिलताएं हो सकती हैं जैसे शिशु का समय से पहले जन्म।
*हृदय से सम्बंधित समस्याएं:*
एनीमिया के कारण एरिथमिया (Arrhythmia: दिल की असामान्य दर) हो सकता है क्योंकि एनीमिया में हृदय को शरीर में ऑक्सीजन की कमी पूर्ति करने के लिए ज़्यादा रक्त पंप करना पड़ सकता है जिस कारण आपको दिल की विफलता हो सकती है या आपके हृदय का आकर बढ़ा हो सकता है।
*मृत्यु:*
कुछ अनुवंशित एनीमिया जैसे सिकल (Sickle) सेल एनीमिया गंभीर होते हैं और इनसे जानलेवा जटिलताएं हो सकती हैं। कम समय में रक्त की अतियाधिक कमी के कारण मृत्यु भी हो सकती है।
*एनीमिया से बचने के लिए आपको निम्नलिखित परहेज़ करने चाहिए:*
*फाइटेट (Phytate) युक्त खाद्य पदार्थों:*
फाइटेट (Phytate) युक्त खाद्य पदार्थों जैसे फलियों और कुछ प्रकार के साबुत अनाज का सेवन करने से रक्तधारा में आयरन का अवशोषण करना मुश्किल हो सकता है।
*टैनिन (Tanin) युक्त खाद्य पदार्थों:*
टैनिन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कॉफ़ी, ग्रीन टी, काली चाय और अंगूर भी शरीर द्वारा आयरन के अवशोषण में समस्याएं ला सकते हैं।
*ग्लूटेन (Gluten) युक्त खाद्य पदार्थों:*
एनीमिया से पीड़ित कुछ लोगों को ग्लूटेन खाद्य पदार्थों जैसे पास्ता, जौ, गेहूं, अनाज, और जई (ओट्स) के कारण समस्याएं होती हैं। यदि आपको ग्लूटेन से किसी भी प्रकार की असहिष्णुता है तो यह आपके पाचन तंत्र में समस्याएं उत्पन्न कर सकता है जैसे आपके आंतो को फोलिक एसिड और आयरन का अवशोषण करने में समस्याएं हो सकती हैं।
कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों: कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दही, और पनीर शरीर के आयरन का अवशोषण करने के प्रक्रिया में समस्याएं ला सकता है।
*शराब:*
जिन लोगों को फोलेट की कमी के कारण एनीमिया हुआ हो उन्हें शराब के सेवन को पूरी तरह बंद या बहुत कम करना चाहिए क्योंकि यह शरीर को फोलेट का अवशोषण नहीं करने देता है
*एनीमिया के दौरान आपको निम्नलिखित चीज़े खानी चाहिए:*
*पालक:*
पालक में कैल्शियम, विटामिन A, विटामिन B9, विटामिन E, विटामिन C; आयरन, फाइबर, बीटा कैरोटीन होता है जो शरीर को स्वस्थ रखता है।
*सोयाबीन:*
सोयाबीन आयरन और प्रोटीन में युक्त होता।
*चुकंदर:*
चुकंदर आयरन युक्त होता है। यह आपके लाल रक्त कोशिकाओं को ठीक और पुनर्सक्रिय करता है। जब आपकी लाल रक्त कोशिकाएं पुनर्सक्रिय हो जाएं तो आपके शरीर के सभी अंगो को ऑक्सीजन मिलेगा और चुकंदर का सेवन करने से एनीमिया का उपचार करने में मदद मिलेगी। आप चकुंदर को अन्य सब्ज़ियों के साथ ले सकते हैं या आप इसका सेवन जूस के रूप में भी कर सकते हैं। चकुंदर का जूस रोज़ सुबह के नाश्ते के साथ लेने से आपके लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या में सुधार आ सकता है।
*मूंगफली की मक्खन:*
मूंगफली की मक्खन आयरन युक्त होती है। यदि आपको मूंगफली की मक्खन पसंद ना हो तो आप भुनी हुई मूंगफलियां भी खा सकते हैं।
*टमाटर:*
टमाटर में विटामिन C और लाइकोपीन (Lycopene) होता है जो आयरन का अवशोषण करने में मदद करते हैं।
*अनार:*
अनार विटामिन C और आयरन युक्त होते हैं। यह शरीर के रक्त प्रवाह और एनीमिया में लक्षणों जैसे थकान, चक्कर आने, और सुनने के परेशानी में भी सुधार लाता है।
*साबुत अनाज की रोटी:*
साबुत अनाज की रोटी आयरन में युक्त होती है। यह आयरन की कमी को पूरा करने के लिए प्रभावी होता है। साबुत अनाज में फाइटिक (Phutic) एसिड होता है जो शरीर को आयरन का अवशोषण नहीं करने देता है लेकिन साबुत अनाज की रोटी को बैक्टीरिया द्वारा विश्लेषण (फर्मेंटेशन; Fermentation) से बनाया जाता है इसलिए उसमे फैटिक एसिड इन्हिबिटर की मात्रा कम हो जाती है।
*बीज और सूखे मेवे:*
बीज और सूखे मेवे जैसे पिस्ता आयरन में युक्त होते हैं।
*शहद:*
शहद आयरन युक्त होता है और स्वास्थ के लिए अच्छा भी होता है। शहद में कॉपर (Copper) और मैग्नीशियम होता है जो शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। शहद को नीम्बू पानी के साथ पीना एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए लाभदायक होता है।
*सेब:*
सेब आयरन और विटामिन C युक्त होते हैं और एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए लाभदायक होता है।
*खजूर:*
खजूर आयरन युक्त होते हैं और एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए लाभदायक होता है।
*वैद्य आर पी पांडे अनंत शिखर साकेत पुरी कॉलोनी अयोध्या*
[5/25, 5:32 PM] +91 94155 29848: ब्रेकिंग न्यूज ========================= *उ0प्र0 सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री/जनपद के प्रभारी मंत्री डा0 नीलकंठ तिवारी दिनांक 26 मई 2021 को जनपद का करेंगे भ्रमण । जो कोविड रोकथाम के कार्यो की समीक्षा के साथ साथ राशन वितरण, टीकाकरण आदि के कार्यो की करेंगे संक्षिप्त समीक्षा ।*
[5/25, 6:40 PM] +91 94155 29848: ♀
*पुलिस की बर्बरता आई सामने, विपक्षी से मिलकर चौकी इंचार्ज ने जमकर पीटा, वायरल हो रही खबर, फ़ोटो व खबर, ssp से की शिकायत*
अयोध्या।
कोरोना काल मे एक तरफ पुलिस लोगो की मदद कर रही है, तो कुछ अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे है। *बीकापुर कोतवाली अंतर्गत मोतीगंज पुलिस चौकी के प्रभारी* पर एक व्यकित ने विपक्षी से मिलकर उसकी जमीन पर कब्जा करवाने का प्रयास का आरोप लगाया, जब नही माना तो चौकी प्रभारी शशांक शुक्ल ने जमकर पीटा। मामले की कल ssp से पीड़ित ने किय्या है शिकायत। आज सोशल मीडिया पर उसकी पिठौर पढ़े निशान की फ़ोटो हो रही है वायरल।(स्वचे)
[5/25, 6:40 PM] +91 94155 29848: बिग ब्रेकिंग
लखनऊ ।
राजधानी में सीवेज के पानी में कोरोना वायरस की पुष्टि ।
सीवेज के नमूने में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई ।
एसजीपीआई की लैब जांच में हुआ खुलासा ।
माइक्रोबायोलॉजी विभाग की HOD डॉ. उज्ज्वला घोषाल ने न्यूज़18 से फ़ोन पर की पुष्टि ।
आईसीएमआर-डब्लूएचओ द्वारा देश में सीवेज सैंपलिंग शुरू की गई- डॉ उज्जवला ।
इसमें यूपी में भी सीवेज के नमूने लिए गए है- डॉ उज्जवला ।
एसजीपीआई लैब में आये सीवेज सेंपल के पानी में वायरस की पुष्टि हुई है-डॉ उज्जवला ।
लखनऊ में 3 साइट से सीवेज सैंपल लिए गए थे ।
खदरा, घण्टाघर व मछली मोहाल के ड्रेनेज से सीवेज सैंपल लिए गए थे ।
लैब में हुई जांच में खदरा के सीवेज में वायरस की पुष्टि हुई है ।
सीवेज सैंपल में वायरस की पुष्टि होने पर रिपोर्ट आईसीएमआर को भेज दी गयी है ।
[5/25, 6:40 PM] +91 94155 29848: ब्रेकिंग
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अयोध्या।
कोरोना महामारी के आपातकाल में गौशालाओं में गोवंशओं का बुरा हाल।प्रचंड गर्मी में खुले आसमान में रह रहे हैं गोवंश।कान्हा गौशाला में धूप में तड़प तड़प कर मर रहे हैं गोवंश।सूखे भूसे और चुनी चोकर की मात्रा में भी भारी धांधली।गौशाला में गोवंशो की सेवा करने पहुंचे गौ रक्षक रितेश दास का कान्हा गौशाला प्रशासन पर बड़ा आरोप।गौशाला की स्थिति बेहद गंभीर।गौशाला में जानवरों के वीडियो बनाने पर भ्रष्ट कर्मचारियों के गुर्गों ने मारने के लिए दौड़ाया।कई किलोमीटर भागकर बचाई जान। मोटरसाइकिल सवार गुर्गों ने किया हमले का प्रयास।मुर्गी फॉर्म में शरण लेकर बचाई जान। जिले के आला अधिकारियों से की गई फोन से शिकायत।सूचना पर मौके पर पहुंची 112 की पुलिस। पुलिस के पहुंचने पर भागे हमलावर।
[5/25, 6:40 PM] +91 94155 29848: ब्रेकिंग
अयोध्या।
जिला अस्पताल में राजकीय नर्सेज संघ शाखा अयोध्या ने भी सरकार से दर्ज कराया विरोध।बांह में काली पट्टी बांधकर किया काम। सरकार की तरफ से एक बराबर प्रोत्साहन राशि न देने का आरोप।इमरजैंसी हाल के सामने सरकार विरोधी लगाए गए नारे। सरकार की आदेश की जलाई की प्रति। वेतन से अतिरिक्त 25% प्रोत्साहन राशि देने की की गई थी घोषणा।
[5/25, 6:40 PM] +91 94155 29848: लखनऊ
बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी घिर गए है
दस्तावेजों को छिपाकर बनाया गया था प्रमाण पत्र
प्रशासन के बयानों में विरोधाभास है
लेखपाल ने कहा मेरे हस्ताक्षर नहीं है
एसडीएम ने जारी किया था प्रमाण पत्र
मंत्री के भाई नौकरी पर थे फिर भी प्रमाण पत्र
आय को छिपाकर बनवाया गया था प्रमाण पत्र
2019 में SDM ने जारी किया था प्रमाण पत्र।
[5/25, 6:40 PM] +91 94155 29848: लखनऊ – जिला,क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष चुनाव 15 जून के बाद, 10 जुलाई तक चुनाव सम्पन्न कराने के निर्देश, जून के दूसरे हफ्ते में शुरु होगी चुनावी प्रक्रिया।
[5/25, 6:40 PM] +91 94155 29848: ब्रेकिंग
अयोध्या।
जिला अस्पताल में राजकीय नर्सेज संघ शाखा अयोध्या ने भी सरकार से दर्ज कराया विरोध।बांह में काली पट्टी बांधकर किया काम। सरकार की तरफ से एक बराबर प्रोत्साहन राशि न देने का आरोप।इमरजैंसी हाल के सामने सरकार विरोधी लगाए गए नारे। सरकार की आदेश की जलाई की प्रति। वेतन से अतिरिक्त 25% प्रोत्साहन राशि देने की की गई थी घोषणा।
[5/25, 6:40 PM] +91 94155 29848: लखनऊ
जयंत चौधरी आरएलडी के अध्यक्ष बने
कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्ष नामित हुए
जयंत अब आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष
कार्यकारिणी की बैठक में अजीत सिंह के निधन पर शोक
आरएलडी कार्यकारिणी ने जयंत को अध्यक्ष चुना
अजीत सिंह के बाद RLD की कमान जयंत को।
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कानपुर07फरवरी2023*संदिग्ध परिस्थितियों में पत्रकार कि पीट-पीटकर की हत्या
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